भीनी भीनी सी खुशबु तेरी,
महका महका सा एहसास है… |
एक अरसा हुआ तुझको देखे हुए…
पर तू हर लम्हा मेरे पास है…. ||
– गौरव संगतानी
भीनी भीनी सी खुशबु तेरी,
महका महका सा एहसास है… |
एक अरसा हुआ तुझको देखे हुए…
पर तू हर लम्हा मेरे पास है…. ||
– गौरव संगतानी
khushboo kuchh aisi hi hoti hai mahboob ki……………bahut sundar
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वाह, जी बहुत सुन्दर शब्द हैं
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प्रेम अंधा होता है – वैज्ञानिक शोध
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waah ye ehsaas -o-khusbu ka tarana bahut sunder hai.
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sunder — bahut sunder
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Thanks om ji, vinay ji, verma ji… and as always mehek ji…
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